वर्कशॉप (बूंदी) दिनांक 11-जून-2019
*दलित वर्ग ने संगोष्ठी का आयोजन किया*
अनुसूचित जाति जनजाति के लोगों की दलित अत्याचार को लेकर मंगलवार दोपहर बाद कृष्णा होटल में संगोष्ठी का आयोजन किया गया जिसमें जिले भर के अनुसूचित जाति जनजाति के कर्मठ कार्यकर्ताओं ने भाग लिया डॉ भीमराव अंबेडकर कल्याण समिति के अध्यक्ष बाबूलाल वर्मा जी ने बताया कि इस अवसर पर अतिरिक्त पुलिस अधीक्षक जोधपुर सीमा हिंगोनिया ने अनुसूचित जाति जनजाति अत्याचार निवारण अधिनियम धारा 3 की विस्तृत जानकारी देते हुए पीड़ित पक्ष को आर्थिक सहायता मिलने की संपूर्ण जानकारी दी गई उन्होंने शीघ्र बूंदी जिले में दलित वर्ग की कार्यशाला आयोजित करने के लिए कहा और कहा कि बाबा साहब अंबेडकर के सिद्धांतों का अनुसरण करे।
इस अवसर पर प्रोफेसर डॉ पदमचंद मौर्य,श्रवण कुमार नवल, डॉक्टर भीमराव अंबेडकर कल्याण समिति अध्यक्ष बाबूलाल वर्मा, अंबेडकर वेलफेयर सोसायटी प्रदेश सचिव कन्हैयालाल मेघवाल, रमेश चंद वर्मा ,शंभूलाल महेरा ,बद्री लाल बेरवा ,अंबेडकर शिक्षक संघ के अध्यक्ष राजाराम मेघवाल, डॉक्टर महेंद्र चौहान, डॉक्टर गजानंद वर्मा,सुखदेव वेरवा,, रामेश्वर बेरवा , राजेंद्र तगाया,जगमोहन नावर, रतन लाल रेगर,बनवारी लाल मेघवाल,मुरारीलाल बेरवा ,शिव प्रसाद मीणा, राजकुमार मीणा , राम प्रसाद बेरवा मेघवाल समाज अध्यक्ष महादेव मेघवाल रेगर पंचायत बावड़ी बूंदी अध्यक्ष बक्सूलाल चंदोलिया, दुर्गा शंकर वर्मा, चुन्नीलाल चंदोलिया ,लक्ष्मण मीणा ,हेमन्त वर्मा,किशनलाल वर्मा,ओमप्रकाश टोनी,राम प्रसाद, जमुनालाल पारकी,नन्दलाल वर्मा,करनकुमार वर्मा,मोहन लाल वर्मा,सुरेश कुमार वर्माआदि ने संगोष्ठी को संबोधित करते हुए कहा कि बूंदी जिले में दलित अत्याचार दिनों दिन बढ़ते जा रहे हैं यदि दलित अत्याचार में कमी नहीं आई तो बढ़ा आन्दोलन किया जायेगा।
*जिला पुलिस अधीक्षक बूंदी को ज्ञापन दिया*
बूंदी जिले के करवर थाना क्षेत्र के ग्राम देवपुरा में दिनांक 25 मई 2019 के अनुसूचित जाति के बेरवा समाज के दर्जनों लोगों पर प्राणघातक हमला करने वाले सभी मुलाजिमों को गिरफ्तार करवाने क्योंकि अभी तक 6 मुलाजिमों को गिरफ्तार किया गया है बाकी 19 नामजद मुलजिम खुलेआम घूम रहे हैं मेडिकल बोर्ड से जांच करवाने की मांग को लेकर डॉक्टर भीमराव अंबेडकर कल्याण समिति अध्यक्ष बाबूलाल वर्मा, ग्राम देवपुरा के राजाराम बेरवा,कन्हेयालाल,कालू सहित कई लोगों ने ज्ञापन दिया। इस अवसर पर जिला पुलिस अधीक्षक को अवगत कराया गया कि अनुसूचित जाति जनजाति अत्याचार निवारण अधिनियम की धारा 3 के थानों में दर्ज मामलों को सामाजिक न्याय एवं अधिकारिता विभाग को समय पर अपलोड नहीं किया जा रहा है इसलिए समाज के लोगों को मिलने वाली आर्थिक सहायता नहीं मिल रही है पुलिस अधीक्षक ने उचित कार्रवाई करने का आश्वासन दिया